Tuesday, October 27, 2009

बातें दिल की .... २

खूबसूरत लगा तेरा चेहरा
धड़कन को तेज़ किया मेरा 
नासुक सा मुस्कान ये  तेरा
दिलाया हैं एहसास सुनहरा

दूर से देख रहा था मैं तुझको
उठाके नज़र तुने देखा जब मुझको
दिलो दिल बात हूई एक ही निगाह मैं
पल मैं भर दिया तुने प्यार ये दिल मैं

(अलोक गुप्त)

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